विप्रो | Wipro
विप्रो कंपनी प्रोफाइल, फाउंडर, चैयरमेन, नेटवर्थ, प्रोडक्ट & सर्विसेज, अधिग्रहण, विकी और अधिक (Wipro company details in hindi)
विप्रो एक भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी है, जो इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT), कंसल्टिंग और बिजनेस प्रोसेस सर्विसेज प्रदान करती है।
बायो/विकी (Bio/Wiki)
नाम:- | विप्रो (Wipro) |
लीगल नाम:- | विप्रो लिमिटेड |
प्रकार (Type):- | पब्लिक |
इंडस्ट्री:- | इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) |
प्रोफाइल (Profile)
स्थापना की तारीख:- | दिसम्बर 1945 |
फाउंडर:- | हाशम प्रेमजी |
मुख्य लोग:- | रिशद प्रेमजी (एक्जीक्यूटिव चेयरमैन) थिएरी डेलपोर्ट (CEO & MD) |
मुख्यालय:- | बैंगलोर, कर्नाटक |
स्टॉक एक्सचेंज:- | BSE: 507685 NSE: WIPRO NYSE: WIT |
राजस्व (Revenue):- | ₹92,753 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
कुल संपत्ति (Total Asset):- | ₹1,17,133 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
नेटवर्थ:- | ₹77,727 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
वेबसाइट:- | www.wipro.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
विप्रो की स्थापना 29 दिसंबर 1945 को मोहम्मद प्रेमजी द्वारा वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड के रूप में की गई थी। 1966 में मोहम्मद प्रेमजी की मृत्यु के बाद उनके बेटे अजीम प्रेमजी ने 21 साल की उम्र में कंपनी के चैयरमेन के रूप में कार्यभार संभाला था।
1970 और 1980 के दशक के दौरान कंपनी ने अपना ध्यान IT और कंप्यूटिंग इंडस्ट्री में नए अवसरों पर केंद्रित कर दिया था। और उसी दौरान जून 1977 को कंपनी का नाम वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड से बदलकर विप्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड कर दिया गया था। उसके बाद 1982 में नाम फिर से विप्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड से बदलकर विप्रो लिमिटेड कर दिया गया था।
2012 में विप्रो ने अपने नॉन-आईटी व्यवसायों को विप्रो एंटरप्राइजेज नामक एक अलग कंपनी में डीमर्ज कर दिया गया था। कंपनी के पास 65 देशों में ग्राहकों को सेवा देने वाले 2,45,000 से अधिक समर्पित कर्मचारी हैं।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
विप्रो कंपनी अपने ग्राहकों के लिए एप्लीकेशन, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI), बिज़नेस प्रोसेस, क्लाउड, कंसल्टिंग, साइबर सिक्योरिटी, डाटा & एनालिटिक्स, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और अन्य टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग सर्विसेज प्रदान करता है।
संस्थापक (Founder)
विप्रो की शुरुआत दिसंबर 1945 को मोहम्मद हाशम प्रेमजी द्वारा वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड के रूप में की गई थी।
मोहम्मद हाशम प्रेमजी (Mohamed Hasham Premj)
विप्रो की स्थापना दिसंबर 1945 को मोहम्मद हाशम प्रेमजी द्वारा वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड के रूप में की गई थी। तब कंपनी यह कंपनी पहले साबुन, तेल, मोम, टीन कंटेनर और हैंडवाश जैसे उत्पाद बनाती थी। उत्पाद व्यापार के नाम ‘किसान’, ‘सूरजमुखी’ और ‘ऊंट’ थे। और कंपनी के प्रोडक्ट के ट्रेड नाम किसान, सनफ्लॉवर और कैमल थे। 1966 में मोहम्मद हाशम प्रेमजी की मृत्यु हो गई थी।
अज़ीम प्रेमजी (Azim Premji)
अज़ीम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था। 1966 में उनके पिता मोहम्मद प्रेमजी की मृत्यु के बाद अजीम प्रेमजी ने 21 साल की उम्र में विप्रो के चैयरमेन के रूप में कार्यभार संभाला था। 1970 और 1980 के दशक के दौरान उन्होंने अपना ध्यान IT और कंप्यूटिंग इंडस्ट्री में नए अवसरों पर केंद्रित कर दिया था, जो उस समय भारत में शुरुआती चरण में था।
वह चार दशकों के डायवर्सिफिकेशन और विकास के माध्यम से विप्रो का मार्गदर्शन करने के लिए जिम्मेदार थे, और अंततः सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में ग्लोबल लीडर्स में से एक के रूप में उभरे थे। प्रेमजी ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को $ 2.2 बिलियन दान के साथ शुरू किया था, जो भारत में शिक्षा पर केंद्रित था।
अधिग्रहण (Aquisition)
विप्रो लिमिटेड के मुख्य अधिग्रहण इस प्रकार है:
- 2006 में विप्रो ने कैलिफ़ोर्निया स्थित टेक्नोलॉजी कंपनी cMango को $20 मिलियन में पूर्ण कैश डील में अधिग्रहित किया था। cMango एक टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टिंग फर्म है।
- 2012 में विप्रो ने ऑस्ट्रेलिया के प्रोमैक्स एप्लिकेशन ग्रुप (PAG) को AUD 35 मिलियन (लगभग 192 करोड़ रुपये) में अधिग्रहित किया था। यह अधिग्रहण पूरी तरह कैश डील था। PAG एक एनालिटिक्स कंपनी है जो ट्रेड प्रमोशन में माहिर है। इस अधिग्रहण से विप्रो को अपने एनालिटिक्स समाधान पोर्टफोलियो को मजबूत करने में मदद मिली थी।
- जुलाई 2015 को विप्रो ने €85 मिलियन (लगभग 595 करोड़ रुपये) में डेनिश डिज़ाइन फर्म डिज़ाइनिट का अधिग्रहण किया था। इस अधिग्रहण का उद्देश्य विप्रो के डिजिटल सर्विस बिज़नेस को मजबूत करना था।
- अक्टूबर 2016 को विप्रो ने 500 मिलियन डॉलर (लगभग 3,350 करोड़ रुपये) में US-आधारित क्लाउड कंसल्टेंसी फर्म एपिरियो का अधिग्रहण किया था। एपिरियो एक क्लाउड कंसल्टिंग कंपनी है जो क्लाउड मैनेजमेंट, मोबाइल और सोशल स्ट्रेटेजी और बहुत कुछ में विशेषज्ञता रखती है।
- फरवरी 2020 को विप्रो डिजिटल ने सिएटल स्थित डिजिटल ग्राहक अनुभव (CX) कंपनी रैशनल इंटरेक्शन का $52 मिलियन अधिग्रहण किया था। रैशनल इंटरेक्शन वेब स्ट्रेटेजी, डिज़ाइन, डेवलपमेंट और एनालिटिक्स सर्विसेज प्रदान करता है।
- मार्च 2021 में विप्रो ने ब्रिटिश टेक कंसल्टेंसी फर्म कैपको को 1.45 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया था। यह अधिग्रहण अपनी स्थापना के बाद से विप्रो का सबसे बड़ा अधिग्रहण था और इसने इसे वित्तीय क्षेत्र के सबसे बड़े एंड-टू-एंड वैश्विक समाधान प्रदाताओं में से एक बना दिया है।
- दिसंबर 2021 में विप्रो ने अमेरिका स्थित इन्फोर प्रोडक्ट्स सिस्टम इंटीग्रेटर, लीनस्विफ्ट सॉल्यूशंस का अधिग्रहण किया था।
- अप्रैल 2022 में कंपनी ने 80 मिलियन डॉलर में अमेरिका स्थित परामर्श फर्म कन्वर्जेंस एक्सेलेरेशन सॉल्यूशंस (CAS) का अधिग्रहण किया था।
- अप्रैल 2022 में कंपनी ने $540 मिलियन में वैश्विक SAP कंसल्टिंग फर्म, राइजिंग इंटरमीडिएट होल्डिंग्स का अधिग्रहण किया था।